विजय हजारे ट्रॉफी 2025-26 का आगाज किसी उत्सव से कम नहीं रहा। टूर्नामेंट के पहले ही दिन भारतीय क्रिकेट के घरेलू मैदानों पर रनों का ऐसा सैलाब आया कि पुराने सभी रिकॉर्ड ताश के पत्तों की तरह ढह गए। गेंदबाजों के लिए यह दिन किसी दुःस्वप्न जैसा था, वहीं बल्लेबाजों ने बेखौफ होकर रिकॉर्ड्स की नई इबारत लिख दी।
शतकों का नया कीर्तिमान और दिग्गजों की वापसी
इस बार विजय हजारे ट्रॉफी का पहला दिन ऐतिहासिक बन गया क्योंकि एक ही दिन में कुल 22 बल्लेबाजों ने शतक जड़े। इसने पिछला रिकॉर्ड (19 शतक) तोड़कर एक नया मानक स्थापित कर दिया। इस सुनहरे दिन की सबसे बड़ी हाईलाइट विराट कोहली और रोहित शर्मा की घरेलू क्रिकेट में वापसी रही।
15 साल के लंबे अंतराल के बाद इस टूर्नामेंट में उतरे विराट कोहली ने दिल्ली के लिए खेलते हुए आंध्र प्रदेश के खिलाफ 131 रनों की क्लासिक पारी खेली। इस पारी के साथ ही उन्होंने लिस्ट-ए क्रिकेट में सबसे तेज 16,000 रन पूरे करने का विश्व रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया। दूसरी ओर, मुंबई के कप्तान रोहित शर्मा ने सिक्किम के खिलाफ अपना 'हिटमैन' अवतार दिखाया और महज 94 गेंदों में 155 रन (18 चौके, 9 छक्के) कूट दिए।
बिहार का विश्व रिकॉर्ड और ईशान की आतिशबाजी
पहले दिन का सबसे चौंकाने वाला परिणाम प्लेट ग्रुप से आया, जहाँ बिहार ने अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ 574/6 का स्कोर खड़ा कर लिस्ट-ए क्रिकेट का नया विश्व रिकॉर्ड बना दिया। इस पारी में 14 वर्षीय उभरते सितारे वैभव सूर्यवंशी ने 190 रन बनाए, जबकि कप्तान साकिबुल गनी ने सिर्फ 32 गेंदों में अपना शतक पूरा कर सनसनी मचा दी।
वहीं, झारखंड और कर्नाटक के मैच में ईशान किशन ने टी-20 के अंदाज में बल्लेबाजी की। उन्होंने कर्नाटक के खिलाफ मात्र 39 गेंदों में 125 रन जड़कर यह साबित कर दिया कि क्यों उन्हें सीमित ओवरों का खतरनाक बल्लेबाज माना जाता है। हालांकि, देवदत्त पडिक्कल के 147 रनों ने ईशान की मेहनत पर पानी फेर दिया और कर्नाटक को जीत दिलाई।
स्वास्तिक सामल: एक गुमनाम हीरो का दोहरा शतक
भले ही मैदान पर विराट और रोहित जैसे दिग्गज मौजूद थे, लेकिन दिन की सबसे यादगार पारी ओडिशा के 25 वर्षीय बल्लेबाज स्वास्तिक सामल के बल्ले से निकली। सौराष्ट्र जैसी मजबूत टीम के खिलाफ सामल ने धैर्य और आक्रामकता का अद्भुत परिचय देते हुए 212 रन बनाए। वह ओडिशा के लिए लिस्ट-ए क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी बन गए। भले ही उनकी टीम मैच हार गई, लेकिन 169 गेंदों की उनकी इस मैराथन पारी ने उन्हें रातों-रात चर्चा का केंद्र बना दिया।
युवाओं का बोलबाला
दिग्गजों के अलावा घरेलू क्रिकेट के नियमित प्रदर्शनकारियों जैसे रिकी भुई, ध्रुव शौरी, यश दुबे और विष्णु विनोद ने भी शतक जड़कर अपनी दावेदारी पेश की। टूर्नामेंट के पहले ही दिन जिस तरह का प्रदर्शन देखने को मिला है, उसने यह साफ कर दिया है कि इस साल विजय हजारे ट्रॉफी में भारतीय क्रिकेट की बेंच स्ट्रेंथ अपनी पूरी ताकत दिखाने वाली है।
निष्कर्ष: विजय हजारे ट्रॉफी 2025-26 का पहला दिन न केवल रनों की संख्या के लिए, बल्कि खेल के गिरते और बनते स्तर के लिए भी याद किया जाएगा। दिग्गजों का फॉर्म में होना और युवाओं का विश्व रिकॉर्ड बनाना भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिए एक सुखद संकेत है।