भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा इतिहास में साल 2025 को एक ऐसी दहलीज के रूप में देखा जाएगा, जहाँ से देश ने अपनी रक्षात्मक नीति का त्याग कर 'सक्रिय प्रतिरोध' (Active Deterrence) के युग में कदम रखा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, भारत ने न केवल अपनी सीमाओं की सुरक्षा को पुख्ता किया, बल्कि दुनिया को यह भी दिखा दिया कि भारतीय नागरिकों के रक्त की हर बूंद का हिसाब दुश्मन के घर में घुसकर लिया जाएगा।
आतंकवाद के खिलाफ भारत का 'न्यू नॉर्मल'
प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति जिस नए दृष्टिकोण को अपनाया है, उसे ‘Five New Normal’ के रूप में जाना जा रहा है। ये पाँच सिद्धांत भारत की भविष्य की युद्धनीति और कूटनीति की रीढ़ बन चुके हैं:
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दृढ़ जवाब: 'प्रतीक्षा' की नीति अब समाप्त हो चुकी है। किसी भी आतंकी हमले का उत्तर तत्काल और निर्णायक सैन्य कार्रवाई से दिया जाएगा।
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परमाणु ब्लैकमेल का अंत: दुश्मन का यह भ्रम टूट चुका है कि परमाणु हथियारों का डर भारत को बड़ी सैन्य कार्रवाई से रोकेगा। भारत ने साफ कर दिया कि वह अपनी सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।
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प्रायोजक भी निशाने पर: अब केवल बंदूक चलाने वाला आतंकी ही नहीं, बल्कि उसे फंड, पनाह और ट्रेनिंग देने वाला देश भी भारत का प्रत्यक्ष शत्रु माना जाएगा।
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वार्ता की शर्त केवल 'आतंक': कूटनीति के मेज पर अब कश्मीर या अन्य मुद्दों से पहले आतंकवाद के खात्मे पर बात होगी। बिना आतंक मुक्त वातावरण के कोई संवाद संभव नहीं।
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संप्रभुता पर शून्य समझौता: भारत ने वैश्विक स्तर पर यह संदेश दिया है कि व्यापार और आतंकवाद या शांति वार्ता और गोलीबारी एक साथ नहीं चल सकते।
ऑपरेशन सिंदूर: वीरता की नई गाथा
7 मई 2025 को शुरू हुआ 'ऑपरेशन सिंदूर' भारत की सैन्य शक्ति का वह प्रदर्शन था, जिसने दुश्मन के हौसले पस्त कर दिए। पहलगाम में हुए कायरतापूर्ण हमले ने जब पूरे देश को झकझोर दिया, तब भारतीय सेना ने एक ऐसा प्रत्युत्तर दिया जिसकी मिसाल 1971 के बाद से नहीं मिली थी।
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ऐतिहासिक हमला: यह पिछले पांच दशकों में पाकिस्तानी सीमा के भीतर भारत की सबसे गहरी और महत्वपूर्ण सैन्य कार्रवाई थी। पहली बार, भारतीय बलों ने केवल सीमावर्ती चौकियों को नहीं, बल्कि शत्रु राष्ट्र के पंजाब प्रांत के अंदरूनी हिस्सों में स्थित आतंकी ठिकानों को सफलतापूर्वक ध्वस्त किया।
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रणनीतिक आत्मविश्वास: एक परमाणु संपन्न पड़ोसी के घर में घुसकर कई ठिकानों पर एक साथ सटीक (Surgical) हमले करना भारत के बेजोड़ रणनीतिक आत्मविश्वास और उन्नत सैन्य तकनीक का प्रमाण है।
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सटीकता और वेग: इस ऑपरेशन में भारत ने स्वदेशी मिसाइल तकनीक और वायुसेना के राफेल विमानों का ऐसा समन्वय दिखाया कि दुश्मन की वायु रक्षा प्रणाली (Air Defense System) पूरी तरह निष्क्रिय साबित हुई।