भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज फील्डर और विश्लेषक मोहम्मद कैफ अपने बेबाक बयानों के लिए जाने जाते हैं। हाल ही में उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2026 की तैयारियों और चयन समिति की कार्यप्रणाली पर कड़े सवाल उठाए हैं। कैफ का मानना है कि अजीत अगरकर की अध्यक्षता वाली चयन समिति ने पिछले कुछ महीनों में जो निर्णय लिए, वे टीम इंडिया को आगे ले जाने के बजाय पीछे खींचने वाले साबित हुए हैं।
कैफ की आलोचना के मुख्य केंद्र में शुभमन गिल का चयन और टीम की उपकप्तानी का मुद्दा रहा। आइए विस्तार से जानते हैं कि कैफ ने चयनकर्ताओं की रणनीति पर क्या आपत्तियां जताई हैं।
शुभमन गिल की वापसी और समय की बर्बादी
मोहम्मद कैफ ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि शुभमन गिल को टी20 इंटरनेशनल टीम में वापस लाना एक अनिवार्य कदम नहीं था। उनके अनुसार, चयनकर्ताओं ने गिल पर भरोसा दिखाकर टीम के विकास के महत्वपूर्ण दो से तीन महीने बर्बाद कर दिए। कैफ ने तर्क दिया कि भारत के पास इस छोटे फॉर्मेट के लिए यशस्वी जायसवाल, संजू सैमसन और जितेश शर्मा जैसे अधिक विस्फोटक और उपयुक्त विकल्प मौजूद थे।
कैफ ने कहा, "गिल को वापस लाना चयनकर्ताओं की एक रणनीतिक भूल थी। यदि आप जायसवाल या सैमसन जैसे खिलाड़ियों में निवेश करते, तो वे इस समय तक वर्ल्ड कप के लिए पूरी तरह तैयार हो चुके होते। गिल पर दांव लगाने से टीम की प्रोग्रेस रुक गई।"
उपकप्तानी का विवाद: अक्षर बनाम गिल
कैफ का दूसरा बड़ा प्रहार उपकप्तानी के फैसले पर था। एशिया कप 2025 से पहले चयनकर्ताओं ने अक्षर पटेल से उपकप्तानी छीनकर शुभमन गिल को सौंप दी थी। कैफ का मानना है कि इस अदला-बदली ने अक्षर पटेल के नेतृत्व कौशल (Leadership Skills) को निखारने का एक बड़ा मौका बर्बाद कर दिया।
कैफ के अनुसार, "अक्षर अनुभवी खिलाड़ी हैं और टीम की रणनीतियों को बेहतर समझते हैं। अगर वे उपकप्तान बने रहते, तो सूर्यकुमार यादव के साथ मिलकर टीम मीटिंग्स में हिस्सा लेते और कप्तानी की बारीकियां सीखते। खुदा न खास्ता अगर सूर्या चोटिल हो जाते, तो अक्षर कप्तानी के लिए मानसिक रूप से तैयार होते। गिल को बीच में लाने से अक्षर ने वो कीमती महीने गंवा दिए जो उन्हें एक लीडर के रूप में तैयार कर सकते थे।"
देर से लिया गया फैसला
कैफ ने चयनकर्ताओं की रणनीति को "दिशाहीन" बताते हुए कहा कि अंत में शुभमन गिल को टी20 टीम से ड्रॉप करना और ईशान किशन को वापस लाना सही फैसला तो है, लेकिन यह बहुत देर से लिया गया है। गौरतलब है कि वर्ल्ड कप 2026 की टीम के लिए अब अक्षर पटेल को फिर से उपकप्तान नियुक्त किया गया है, जो कैफ के अनुसार चयनकर्ताओं की कन्फ्यूजन को दर्शाता है।
अभिषेक शर्मा के साथ गिल से ओपनिंग कराना और संजू सैमसन को नजरअंदाज करना भी कैफ की नजर में गलत प्रयोग थे। उनका मानना है कि चयनकर्ताओं को 'ट्रायल और एरर' (Trial and Error) के बजाय एक स्पष्ट विजन के साथ काम करना चाहिए था।