साल 2025 अब इतिहास के पन्नों में दर्ज होने जा रहा है। क्रिकेट प्रशंसकों के लिए यह साल भावनाओं के उतार-चढ़ाव से भरा रहा। जहाँ एक ओर भारतीय पुरुष टीम ने 12 साल का सूखा खत्म करते हुए चैंपियंस ट्रॉफी पर कब्जा जमाया, वहीं भारतीय महिला टीम ने अपना पहला विश्व कप जीतकर नया इतिहास रचा। दक्षिण अफ्रीका ने भी टेस्ट चैंपियनशिप जीतकर अपना 'चोकर्स' का टैग हटाया। लेकिन इन सुनहरी यादों के साथ-साथ, मैदान के बाहर और भीतर हुए कुछ विवादों ने खेल भावना पर सवाल भी खड़े किए।
आइए नजर डालते हैं साल 2025 के उन 5 बड़े विवादों पर, जिन्होंने क्रिकेट जगत को हिलाकर रख दिया:
1. चैंपियंस ट्रॉफी और हाइब्रिड मॉडल की रार
साल की शुरुआत से ही चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच तनातनी बनी रही। टूर्नामेंट मूल रूप से पाकिस्तान में होना था, लेकिन बीसीसीआई ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए वहां जाने से मना कर दिया। अंततः यह टूर्नामेंट 'हाइब्रिड मॉडल' के तहत पाकिस्तान और दुबई में आयोजित हुआ। पीसीबी के कड़े विरोध और राजनीतिक बयानबाजी के कारण यह आयोजन खेल से ज्यादा कूटनीतिक विवाद का केंद्र बना रहा।
2. आरसीबी की ऐतिहासिक जीत और चिन्नास्वामी की त्रासदी
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के लिए 2025 का साल वह पल लेकर आया जिसका इंतजार फैंस 18 साल से कर रहे थे। टीम ने अपना पहला आईपीएल खिताब जीता, लेकिन जीत का यह जश्न मातम में बदल गया। खिताब जीतने के बाद चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर उमड़ी बेकाबू भीड़ में मची भगदड़ के कारण 11 लोगों की जान चली गई। इस दुखद घटना ने सुरक्षा इंतजामों की पोल खोल दी और इसे क्रिकेट इतिहास के सबसे काले दिनों में से एक माना गया।
3. भारत-पाकिस्तान के बीच 'नो हैंडशेक' विवाद
एशिया कप 2025 के दौरान खेल जगत तब हैरान रह गया जब भारत और पाकिस्तान के खिलाड़ियों ने एक-दूसरे से हाथ मिलाने से परहेज किया। टॉस के दौरान सूर्यकुमार यादव का पाकिस्तानी कप्तान से हाथ न मिलाना और फिर लगातार तीन मैचों तक खिलाड़ियों की यह दूरी चर्चा का विषय बनी रही। विवाद तब और बढ़ गया जब फाइनल जीतने के बाद भारतीय टीम ने एसीसी अध्यक्ष मोहसिन नकवी से खिताब लेने में हिचकिचाहट दिखाई। इसके जवाब में पाकिस्तानी खिलाड़ियों का विवादास्पद सेलिब्रेशन भी सुर्खियों में रहा।
4. बेन स्टोक्स और भारतीय स्पिनर्स का टकराव
इंग्लैंड के ओल्ड ट्रैफर्ड में खेले गए चौथे टेस्ट के दौरान एक अजीबोगरीब स्थिति पैदा हुई। भारतीय ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर अपने शतक के करीब थे और एकाग्रता भंग न हो, इसलिए उन्होंने इंग्लिश कप्तान बेन स्टोक्स से हाथ मिलाने (हैंडशेक) के प्रस्ताव को ठुकरा दिया। इंग्लिश मीडिया ने इसे 'अपमान' करार दिया, जबकि भारतीय खेमे ने इसे खेल की रणनीति बताया। इस घटना ने सोशल मीडिया पर लंबी बहस छेड़ दी।
5. शुकरी कॉनराड का 'ग्रोवेल' कमेंट
दक्षिण अफ्रीका के मुख्य कोच शुकरी कॉनराड ने भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान अपनी टीम के जुझारू रवैये को दर्शाने के लिए ‘ग्रोवेल’ (Grovel) शब्द का उपयोग किया। ऐतिहासिक संदर्भों में इस शब्द के नकारात्मक और अपमानजनक अर्थ होने के कारण भारतीय दिग्गजों ने इसकी कड़ी आलोचना की। अनिल कुंबले और चेतेश्वर पुजारा जैसे खिलाड़ियों ने इसे खेल भावना के विपरीत बताया, जिसके बाद दक्षिण अफ्रीकी बोर्ड को इस पर सफाई देनी पड़ी।