भारतीय क्रिकेट टीम और लखनऊ सुपर जायंट्स के कप्तान ऋषभ पंत को 2025 के लॉरियस वर्ल्ड कमबैक ऑफ द ईयर अवॉर्ड की रेस में बड़ा झटका लगा है। लंबे समय बाद मैदान पर जबरदस्त वापसी करने वाले पंत की उम्मीदों को उस वक्त झटका लगा, जब इस प्रतिष्ठित पुरस्कार पर ब्राजील की जिमनास्ट रेबेका एंड्रेड ने कब्जा जमा लिया।
पंत की वापसी की कहानी लाखों प्रशंसकों के लिए प्रेरणादायक रही है। गंभीर सड़क दुर्घटना से उबरने के बाद उन्होंने न केवल खेल में वापसी की बल्कि आईपीएल 2025 में कप्तानी करते हुए शानदार प्रदर्शन भी किया। इसके बावजूद, लॉरियस ज्यूरी ने रेबेका एंड्रेड की कहानी को अधिक भावुक और प्रेरणादायक माना।
रेबेका एंड्रेड की अद्भुत वापसी
रेबेका एंड्रेड की वापसी खेल जगत में एक मिसाल बन गई है। तीन गंभीर चोटों से उबरने के बाद उन्होंने पेरिस ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करते हुए फ्लोर एक्सरसाइज में गोल्ड मेडल जीत लिया। इस जीत के बाद जब दिग्गज जिमनास्ट सिमोन बाइल्स ने पोडियम पर उनके सम्मान में सिर झुकाया, तो यह पल खेल इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया।
एंड्रेड ने अवॉर्ड प्राप्त करते हुए कहा,
"यह खूबसूरत लॉरियस अवॉर्ड मेरी कड़ी मेहनत, संघर्ष और दर्द की गवाही है। ओलंपिक पोडियम के टॉप पर वापस खड़ा होना मेरे जीवन की सबसे बड़ी खुशी और अविस्मरणीय पल है।"
2025 लॉरियस अवॉर्ड्स के सभी विजेता
इस साल लॉरियस वर्ल्ड स्पोर्ट्स अवॉर्ड्स में कई प्रतिष्ठित एथलीटों और टीमों को सम्मानित किया गया। आइए डालते हैं एक नजर सभी विजेताओं पर:
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	स्पोर्ट्समैन ऑफ द ईयर: मोंडो डुप्लांटिस (पोल वॉल्ट, स्वीडन) 
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	स्पोर्ट्सवुमन ऑफ द ईयर: सिमोन बाइल्स (जिमनास्ट, अमेरिका) 
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	टीम ऑफ द ईयर: रियल मैड्रिड (फुटबॉल, स्पेन) 
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	ब्रेकथ्रू ऑफ द ईयर: लेमाइन यामल (फुटबॉल, स्पेन) 
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	कमबैक ऑफ द ईयर: रेबेका एंड्रेड (जिमनास्ट, ब्राजील) 
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	स्पोर्ट्सपर्सन ऑफ द ईयर विद अ डिसेबिलिटी: जियांग युयान 
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	एक्शन स्पोर्ट्सपर्सन ऑफ द ईयर: टॉम पिडकॉक 
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	स्पोर्ट फॉर गुड अवॉर्ड: किक4लाइफ 
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	स्पोर्टिंग आइकन अवॉर्ड: राफेल नडाल 
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	लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड: केली स्लेटर 
भारत के लिए मिला-जुला रहा साल
हालांकि ऋषभ पंत अवॉर्ड जीतने से चूक गए, लेकिन उनकी वापसी ने भारतीय खेलप्रेमियों को गर्व महसूस कराया है। लॉरियस जैसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर नामांकन itself एक बड़ी उपलब्धि मानी जाती है, और यह दर्शाता है कि पंत की मेहनत और संघर्ष को वैश्विक मान्यता मिल रही है।
अब देखना यह होगा कि पंत आगामी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में किस तरह का प्रदर्शन करते हैं और क्या वे भविष्य में एक बार फिर इस पुरस्कार की रेस में शामिल हो पाते हैं।