क्रिकेट के मैदान पर जब भी भारत और पाकिस्तान की टीमें आमने-सामने होती हैं, तो दबाव और उम्मीदों का स्तर सातवें आसमान पर होता है। लेकिन दिसंबर 2025 में खेले गए एसीसी अंडर-19 एशिया कप के फाइनल में एक नाम ऐसा उभरा, जिसने इस दबाव को खिलवाड़ बना दिया। वह नाम है—समीर मिन्हास। 19 साल के इस युवा सलामी बल्लेबाज ने न केवल फाइनल में भारत के खिलाफ ऐतिहासिक पारी खेली, बल्कि पूरे टूर्नामेंट में अपने बल्ले से ऐसी आग उगली कि दुनिया भर के क्रिकेट पंडित उनके मुरीद हो गए।
फाइनल में 'समीर' का तूफान
दुबई के मैदान पर खेले गए खिताबी मुकाबले में समीर मिन्हास ने भारतीय गेंदबाजों की धज्जियां उड़ा दीं। उन्होंने महज 113 गेंदों का सामना करते हुए 172 रनों की आक्रामक पारी खेली। इस पारी में उन्होंने 17 चौके और 9 गगनचुंबी छक्के जड़े। उनकी इस बल्लेबाजी के दम पर पाकिस्तान ने 347 रनों का विशाल स्कोर बनाया और भारत को 191 रनों के बड़े अंतर से हराकर दूसरी बार एशिया कप का खिताब जीता। उन्हें इस शानदार प्रदर्शन के लिए 'प्लेयर ऑफ द मैच' और पूरे टूर्नामेंट में दबदबा बनाए रखने के लिए 'प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' चुना गया।
क्रिकेट के संस्कार: विरासत में मिली प्रतिभा
समीर मिन्हास का क्रिकेट से नाता बेहद गहरा है। उनके घर में क्रिकेट रगो में दौड़ता है:
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पिता: उनके पिता काशिफ मिन्हास पूर्व अंडर-19 क्रिकेटर रहे हैं। उन्होंने बहुत पहले ही समीर और उनके बड़े भाई की प्रतिभा को पहचान लिया था।
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भाई: समीर के बड़े भाई अराफात मिन्हास भी एक मंझे हुए खिलाड़ी हैं, जो 2023-24 के बीच पाकिस्तान के लिए चार टी20 इंटरनेशनल मैच खेल चुके हैं।
अपने बेटों के भविष्य को संवारने के लिए काशिफ मिन्हास ने एक बड़ा फैसला लिया और बेहतर क्रिकेट सुविधाओं के लिए अपने पूरे परिवार के साथ लाहौर शिफ्ट हो गए। लाहौर की मशहूर क्रिकेट अकादमियों और अपने पिता के मार्गदर्शन ने समीर को एक परिपक्व बल्लेबाज के रूप में तैयार किया।
दबाव को बनाया अपनी ताकत
अक्सर भारत-पाक मैच में युवा खिलाड़ी दबाव में बिखर जाते हैं, लेकिन समीर अलग मिट्टी के बने हैं। मैच के बाद जब उनसे पूछा गया कि क्या भारत के खिलाफ फाइनल खेलने का कोई मानसिक दबाव था, तो उन्होंने सादगी से जवाब दिया, “भारत-पाकिस्तान मुकाबला हमेशा बड़ा होता है, लेकिन मुझे कोई अतिरिक्त दबाव महसूस नहीं हुआ। मैं बस अपना स्वाभाविक खेल खेलना चाहता था और मैंने उसी पर ध्यान केंद्रित किया।”
आंकड़ों में समीर की बादशाहत
इस एशिया कप में समीर मिन्हास का प्रदर्शन किसी सपने जैसा रहा। उन्होंने टूर्नामेंट में कुल 471 रन बनाए। उनके आंकड़े किसी भी गेंदबाज के लिए डरावने हो सकते हैं:
अगला लक्ष्य: अंडर-19 वर्ल्ड कप
एशिया कप में अपनी धाक जमाने के बाद अब समीर की नजरें अगले महीने होने वाले आईसीसी मेंस अंडर-19 वर्ल्ड कप पर हैं। जिस तरह की फॉर्म में वह चल रहे हैं, उन्हें भविष्य का 'बाबर आजम' या 'सईद अनवर' कहा जाने लगा है। वर्ल्ड कप में सभी देशों की टीमों के लिए समीर मिन्हास सबसे बड़ा खतरा साबित होने वाले हैं।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) को उम्मीद है कि समीर जल्द ही अपनी इस फॉर्म को सीनियर टीम में भी लेकर आएंगे। फिलहाल, यह कहना गलत नहीं होगा कि पाकिस्तान को एक ऐसा ओपनर मिल गया है जो लंबी रेस का घोड़ा है।