'अच्छा हुआ 40 दिन का आउटडोर है...': अजय देवगन से दूरी पर काजोल का खुलासा और लंबी जुदाई के बाद भी रिश्ते कैसे टिकते हैं?

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Posted On:Tuesday, October 28, 2025

मुंबई, 28 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) बॉलीवुड की पावर कपल काजोल और अजय देवगन 26 साल से अधिक समय से शादीशुदा हैं। दोनों के व्यस्त फिल्मी करियर के कारण अक्सर दोनों को लंबे समय तक एक-दूसरे से दूर रहना पड़ता है। हाल ही में, काजोल ने अजय देवगन के लंबे आउटडोर शूट्स पर खुलकर बात की और बताया कि वे इस दूरी को कैसे संभालते हैं।

काजोल ने एक इंटरव्यू में साझा किया कि जब अजय काम के लिए लंबे समय तक घर से बाहर रहते हैं, तो उन्हें मिले-जुले एहसास होते हैं।

"कभी कभी ऐसा लगता है कि अच्छा हुआ 40 दिन का आउटडोर है और कभी कभी लगता है कि कुछ चीज़ों के लिए उन्हें घर पर होना चाहिए था।"

हालांकि, उन्होंने जोर देकर कहा कि समय और अनुभव ने दोनों के बीच एक मजबूत समझ पैदा की है। उन्होंने कहा कि उनका यह साथ एक आदत का हिस्सा बन गया है, और अजय देवगन अपने काम को लेकर बहुत जुनूनी हैं। काजोल ने यह भी स्पष्ट किया कि अब उन्हें अजय से कोई शिकायत नहीं है, क्योंकि जो शिकायतें थीं, वे समय के साथ हल हो चुकी हैं।

विशेषज्ञ की राय: लंबी दूरी के रिश्ते कैसे सफल होते हैं?

मनोवैज्ञानिक राशी गुरनानी बताती हैं कि जब एक साथी लंबे समय तक काम के कारण घर से दूर रहता है, तो भावनात्मक नजदीकी (Emotional Closeness) बनाए रखने के लिए इच्छापूर्ण जुड़ाव की रस्मों (Intentional Connection Rituals) की आवश्यकता होती है।

छोटे, लगातार प्रयास: इसमें नियमित वीडियो कॉल, दिन-प्रतिदिन के अपडेट साझा करना, या वॉयस नोट्स भेजना शामिल हो सकता है। यह छोटे और लगातार प्रयास दूरी के बावजूद भावनात्मक तालमेल (Emotional Synchrony) बनाए रखते हैं।

भावनात्मक सुरक्षा: भावनात्मक तालमेल (Emotional Attunement) और सुरक्षित जुड़ाव (Secure Attachment) महत्वपूर्ण हैं। जिन जोड़ों को भावनात्मक रूप से सुरक्षित महसूस होता है, वे शारीरिक अनुपस्थिति का सामना बेहतर तरीके से कर पाते हैं, क्योंकि दूरी से उनके रिश्ते की नींव को खतरा नहीं होता।

क्या दूरी में खुशी महसूस करना सामान्य है?

गुरनानी इस बात पर ज़ोर देती हैं कि अलग रहने पर कभी-कभी राहत या संतुष्टि महसूस करना पूरी तरह से स्वस्थ है।

यह भावना किसी अस्वस्थ निर्भरता (Unhealthy Dependence) से नहीं, बल्कि सुस्थापित आत्मनिर्भरता (Well-established Interdependence) से पैदा होती है।

यह समय आत्म-चिंतन (Self-reflection) और साझेदारी की मांगों से अस्थायी विराम लेने का मौका देता है।

मनोविज्ञान में, इसे 'विभेदीकरण' (Differentiation) की अवधारणा से जोड़ा जाता है—जहां दोनों साथी भावनात्मक रूप से जुड़े रहने के साथ-साथ अपनी व्यक्तिगत पहचान (Individual Identity) भी बनाए रखते हैं।

आदत और भावनात्मक समायोजन की भूमिका

लंबे समय तक साथ रहने वाले रिश्तों में सामंजस्य बनाए रखने में आदत और दीर्घकालिक भावनात्मक समायोजन महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

अनुकूली तंत्र (Adaptive Mechanisms): समय के साथ, जोड़े अनुकूल तंत्र विकसित करते हैं जो उन्हें लंबी कामकाजी यात्राओं जैसी दोहराई जाने वाली स्थितियों पर प्रतिक्रिया करने में मार्गदर्शन करते हैं। यह भावनात्मक मसल मेमोरी घर्षण और असुरक्षा को कम करने में मदद करती है।

निर्भरता से साझेदारी तक: लंबी दूरी की जीवनशैली के संपर्क में आने से सहनशीलता और स्वीकृति बढ़ती है, जिससे प्रतिक्रियाशील व्यवहार कम हो जाते हैं। जब जोड़े एक-दूसरे की भूमिकाओं, लक्ष्यों और मूल्यों की साझा समझ रखते हैं, तो रिश्ता निर्भरता से साझेदारी में विकसित होता है, जो सहानुभूति, लचीलेपन और आपसी सम्मान से कायम रहता है।


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