मुंबई, 29 सितम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) अपनी फिटनेस के लिए मशहूर बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार ने हाल ही में खुलासा किया है कि वे सोशल मीडिया पर प्रतिदिन सिर्फ 15 से 20 मिनट का समय बिताते हैं। एक साक्षात्कार के दौरान उन्होंने बताया कि यह आदत केवल मानसिक स्वास्थ्य के लिए नहीं, बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य, खासकर गर्दन और रीढ़ की हड्डी के लिए भी महत्वपूर्ण है।
अक्षय कुमार ने इस दौरान कहा कि वह किसी को 'ज्ञान' नहीं दे रहे हैं, लेकिन उन्होंने लोगों को सलाह दी कि वे घंटों तक सोशल मीडिया स्क्रॉल करने से बचें।
'गर्दन की हड्डी' पर पड़ता है बुरा असर: अक्षय कुमार
अभिनेता अक्षय कुमार ने इंडिया टीवी के 'आप की अदालत' कार्यक्रम में अपनी आदतें साझा करते हुए कहा, "मैं सोशल मीडिया थोड़ा देखता हूं, लेकिन ज़्यादा नहीं। मेरा स्क्रीन टाइम शायद 15-20 मिनट होगा। मैंने बहुत लोगों को 5-6 घंटे तक लगातार स्क्रॉल करते देखा है। मैं कोई ज्ञान नहीं दे रहा हूं, लेकिन इससे आपकी गर्दन की हड्डी (neck bone) पर असर पड़ता है क्योंकि आप हमेशा नीचे की ओर देखते रहते हैं, जो अच्छा नहीं है। इसलिए, मैं लोगों से अनुरोध करूंगा कि वे सोशल मीडिया पर इतना समय न बिताएं।"
उन्होंने अपनी बेटी के लिए भी यही नियम लागू करने की बात कही और बताया कि उनके पास एक टाइमर है, जिससे वह तय समय से ज़्यादा स्क्रीन टाइम नहीं ले सकती। उन्होंने अफसोस जताया कि इस निरंतर डिजिटल संपर्क के कारण लोग अब बाहर खेलना बंद कर चुके हैं।
विशेषज्ञ की पुष्टि: 'टेक नेक' है गंभीर समस्या
अक्षय कुमार के बयान का समर्थन करते हुए, हड्डी रोग विशेषज्ञ और स्पोर्ट्स इंजरी स्पेशलिस्ट डॉ. अभिषेक वैश ने इस बात पर ज़ोर दिया कि सोशल मीडिया का समय सीमित करना केवल मानसिक भलाई के लिए नहीं, बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य, खासकर गर्दन और रीढ़ की हड्डी के लिए बहुत आवश्यक है।
डॉ. अभिषेक ने बताया कि आजकल वह ऐसे कई मरीज़ों को देखते हैं जो 'टेक नेक' (Tech Neck) नामक समस्या के कारण गर्दन में अकड़न, दर्द, या सर्वाइकल स्पाइन में शुरुआती अपक्षयी परिवर्तन (early degenerative changes) की शिकायत करते हैं।
क्या है 'टेक नेक' सिंड्रोम?
परिभाषा: 'टेक नेक' या 'टेक्स्ट नेक सिंड्रोम' एक ऐसी स्थिति है, जिसमें स्मार्टफोन, टैबलेट जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का लंबे समय तक इस्तेमाल करने से मुद्रा (posture) खराब होती है, जिससे गर्दन और कंधे में पुराना दर्द (chronic pain) होता है।
कारण: जब हम लगातार आगे की ओर झुककर स्क्रीन देखते हैं, तो इससे गर्दन की मांसपेशियों पर उनके प्राकृतिक भार से कई गुना अधिक भार पड़ता है। समय के साथ, यह खराब मुद्रा लिगामेंट्स और डिस्क पर दबाव डालती है, जिससे पुराना दर्द होता है।
लक्षण: गर्दन और कंधे में अकड़न, सिरदर्द और पीठ दर्द तक हो सकता है।
बचने के लिए अपनाएं ये उपाय
डॉ. अभिषेक वैश और अक्षय कुमार दोनों ने ही इस समस्या से बचने के लिए सरल उपाय सुझाए हैं:
- फोन को आँख के स्तर पर रखें: सिर को झुकाने के बजाय, फोन को आँख के स्तर पर पकड़ें।
- नियमित ब्रेक लें: स्क्रीन के इस्तेमाल के दौरान नियमित अंतराल पर ब्रेक लें।
- गर्दन के व्यायाम: अपनी दिनचर्या में गर्दन को खींचने (stretching) के बुनियादी व्यायाम शामिल करें।
- समय सीमित करें: अनावश्यक स्क्रॉलिंग को कम करें। इससे न केवल आपके दिमाग को आराम मिलता है, बल्कि रीढ़ पर पड़ने वाला शारीरिक दबाव भी कम होता है।
- एर्गोनोमिक कार्यस्थल: जो लोग काम के कारण सोशल मीडिया पर ज़्यादा समय बिताते हैं, उन्हें एक एर्गोनोमिक कार्यस्थल स्थापित करना चाहिए ताकि बैठने की मुद्रा सही रहे।