मुंबई, 29 सितम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) अमेरिकी सरकार ने हाल ही में बच्चों में ऑटिज़्म (Autism) की रोकथाम और उपचार के संबंध में विवादास्पद दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इन नई स्वास्थ्य सिफारिशों में एक सुझाव यह भी है कि ऑटिज़्म से पीड़ित बच्चों में वाणी (speech) से जुड़ी कठिनाइयों के इलाज के लिए ल्यूकोवोरिन (Leucovorin) नामक दवा का उपयोग किया जाना चाहिए।
इस सिफारिश ने चिकित्सा समुदाय के बीच बहस छेड़ दी है, क्योंकि यह दवा आमतौर पर कैंसर के इलाज में इस्तेमाल होती है। आइए जानते हैं कि ल्यूकोवोरिन क्या है और ऑटिज़्म पर इसके प्रभाव को लेकर वैज्ञानिक प्रमाण क्या कहते हैं।
क्या है ल्यूकोवोरिन?
ल्यूकोवोरिन वास्तव में फोलिक एसिड का एक रूप है, जो एक प्रकार का बी विटामिन है। हमारा शरीर आमतौर पर यह विटामिन फलियां, खट्टे फल और फोर्टिफाइड अनाज जैसे खाद्य पदार्थों से प्राप्त करता है।
पारंपरिक उपयोग (कैंसर उपचार):
केमोथेरेपी सहायक: यह दवा मुख्य रूप से कैंसर के उपचार में उपयोग की जाती है।
यह फ्लोरोयूरासिल (fluorouracil) नामक कीमोथेरेपी दवा के प्रभाव को बढ़ाती है, जो कैंसर कोशिकाओं को डीएनए बनाने और विभाजित होने से रोकती है।
इसे मेथोट्रेक्सेट (Methotrexate) नामक एक अन्य कीमोथेरेपी दवा के विषाक्त दुष्प्रभावों को कम करने के लिए 'रेस्क्यू एजेंट' के रूप में भी उपयोग किया जाता है यह स्वस्थ कोशिकाओं को सक्रिय फोलेट प्रदान करके उन्हें बचाता है, जबकि मेथोट्रेक्सेट कैंसर कोशिकाओं को निशाना बनाता रहता है।
ऑटिज़्म के इलाज में क्यों किया जा रहा विचार?
ऑटिज़्म के उपचार के लिए ल्यूकोवोरिन का उपयोग करने की सिफारिश उस सिद्धांत पर आधारित है, जिसके अनुसार मस्तिष्क में फोलेट (Folate) का स्तर कम होने से सेरेब्रल फोलेट डेफिशियेंसी (CFD) नामक स्थिति पैदा हो सकती है।
CFD और ऑटिज़्म में समानता: CFD से पीड़ित बच्चे आमतौर पर पहले दो वर्षों तक लक्षण नहीं दिखाते हैं, लेकिन बाद में उनमें वाणी संबंधी कठिनाइयाँ, दौरे (seizures) और बौद्धिक अक्षमता के संकेत दिखाई देते हैं।
आयु वर्ग: ऑटिज़्म के लक्षण भी आमतौर पर इसी उम्र के आसपास दिखाई देते हैं, इसलिए कुछ लोगों ने CFD और ऑटिज़्म के बीच संबंध का प्रस्ताव दिया है। इसी कारण, ल्यूकोवोरिन (जो फोलेट का एक सक्रिय रूप है) को ऑटिज़्म वाले बच्चों में सुधार लाने के लिए एक संभावित उपचार माना जा रहा है।
वैज्ञानिक प्रमाण: क्या यह वास्तव में काम करता है?
वैज्ञानिकों द्वारा किए गए अध्ययनों में ल्यूकोवोरिन या फोलेनिक एसिड (जो ल्यूकोवोरिन के समान है) के उपयोग के कुछ आशाजनक परिणाम सामने आए हैं, लेकिन अभी भी बड़े पैमाने पर प्रमाण की कमी है।
2021 का शोध समीक्षा: 21 अध्ययनों की समीक्षा में पाया गया कि जिन बच्चों को ल्यूकोवोरिन दिया गया, उनके ऑटिज़्म के लक्षणों में आम तौर पर सुधार देखा गया, लेकिन लेखकों ने निष्कर्षों की पुष्टि के लिए और अधिक अध्ययनों की आवश्यकता बताई।
छोटे परीक्षण: 2024 और 2025 में हुए छोटे अध्ययनों में भी फोलेनिक एसिड लेने वाले ऑटिज़्म से पीड़ित बच्चों में प्लेसबो (Placebo) लेने वालों की तुलना में सामाजिक कौशल (Social Reciprocity) और लक्षणों में अधिक स्पष्ट सुधार देखा गया।
विशेषज्ञों का निष्कर्ष:
विशेषज्ञों का कहना है कि ये परिणाम वादाखेज़ (promising) हैं, लेकिन अभी तक ये चिकित्सा पद्धति को बदलने के स्तर पर नहीं हैं। किसी भी उचित सिफारिश के लिए अधिक, बड़े पैमाने पर क्लीनिकल ट्रायल की आवश्यकता होगी।
संभावित दुष्प्रभाव
अन्य दवाओं की तरह, ल्यूकोवोरिन के भी दुष्प्रभाव होते हैं। सबसे गंभीर या सामान्य दुष्प्रभावों में गंभीर एलर्जी प्रतिक्रियाएं, दौरे (fits) और मतली एवं उल्टी शामिल हैं।
भले ही अमेरिकी FDA अब डॉक्टरों को ऑटिज़्म के लक्षणों के इलाज के लिए ल्यूकोवोरिन लिखने की अनुमति देगा, लेकिन चिकित्सा जगत में आम सहमति है कि जब तक इसके नैदानिक परीक्षणों से मजबूत डेटा नहीं मिल जाता, तब तक ऑटिज़्म वाले लोगों के लिए समर्थन साक्ष्य-आधारित सर्वोत्तम अभ्यास पर ही जारी रहना चाहिए।