12 जून 2025 को अहमदाबाद में एयर इंडिया के विमान क्रैश की घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। इस भयावह हादसे में 297 लोगों की जान चली गई, जिनमें विमान में सवार यात्रियों के साथ-साथ कुछ ज़मीन पर मौजूद लोग भी शामिल थे। यह भारत के विमानन इतिहास की सबसे गंभीर दुर्घटनाओं में से एक बन गई है। इस घटना के बाद जहां सरकार, बचाव दल और विशेषज्ञ इस हादसे की जांच और राहत कार्यों में जुटे हैं, वहीं सोशल मीडिया पर इससे जुड़े कई गलत और भ्रामक दावे भी वायरल हो रहे हैं।
वायरल वीडियो का दावा क्या है?
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक ऊँची बिल्डिंग में भीषण आग लगी दिखाई दे रही है। वीडियो के साथ लिखा गया है कि यह अहमदाबाद विमान हादसे का दृश्य है। इंस्टाग्राम यूजर @mr_anil_rajput_8 ने 12 जून को यह वीडियो शेयर करते हुए लिखा:
"अहमदाबाद प्लेन हादसे में मारे गए 242 लोग तथा यह जिस हॉस्टल पर गिरा उसमें मारे गए 20 डॉक्टर… Ahmedabad se London jaane wali plane Hui crash 200 se upar log Mar Gaye।"
इस पोस्ट के बाद वीडियो वायरल हो गया और हजारों यूजर्स ने इसे सच मानकर शेयर करना शुरू कर दिया।
फैक्ट चेक: सच्चाई क्या है?
जब हमने इस वीडियो की सच्चाई जानने के लिए फैक्ट चेक किया तो हमें पता चला कि यह दावा पूरी तरह गलत और भ्रामक है।
वीडियो की असलियत
-
वायरल वीडियो का फर्स्ट कीफ्रेम (Keyframe) निकालकर हमने इसे गूगल लेंस पर सर्च किया।
-
परिणामस्वरूप यह वीडियो ABC News 24x7 के फेसबुक पेज पर मिला, जिसमें इसे गुजरात के भरूच जिले की एक कंपनी में लगी आग का बताया गया है।
-
आगे और खोजने पर यह वीडियो Instagram हैंडल @ourgujaratnews पर भी मिला, जिसमें 14 अप्रैल 2025 को इसे शेयर करते हुए बताया गया था कि यह आग भरूच के अंकलेश्वर, पनोली में जल एक्वा और बीआर एग्रो नामक केमिकल फैक्ट्री में लगी थी।
-
एएनआई (ANI) ने भी 14 अप्रैल को इस घटना की पुष्टि करते हुए रिपोर्ट दी थी कि भरूच की एक केमिकल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट में भीषण आग लगी थी।
यह क्यों है खतरनाक?
अहमदाबाद जैसी बड़ी त्रासदी के समय सोशल मीडिया पर इस तरह की गलत जानकारी का फैलना न केवल लोगों को भ्रमित करता है, बल्कि असली पीड़ितों के प्रति असंवेदनशीलता भी दिखाता है। जब सोशल मीडिया पर बिना पुष्टि के इस प्रकार की फर्जी वीडियो और दावे फैलते हैं, तो इससे अफवाहें बढ़ती हैं और अफसरों की राहत और बचाव कार्यों में बाधा आती है।
सोशल मीडिया यूजर्स से अपील
-
कोई भी वीडियो या जानकारी शेयर करने से पहले उसकी पुष्टि करें।
-
ऑफिशियल न्यूज एजेंसियों और सरकारी बयान पर भरोसा करें।
-
गैर-प्रामाणिक या भावनात्मक रूप से उत्तेजित पोस्ट से सावधान रहें।
-
फर्जी जानकारी फैलाना कानूनन अपराध भी हो सकता है।
अहमदाबाद विमान हादसे की आधिकारिक जानकारी
सरकारी रिपोर्ट के अनुसार, 12 जून को एयर इंडिया की एक फ्लाइट जो अहमदाबाद से लंदन जा रही थी, टेक-ऑफ के कुछ ही समय बाद तकनीकी खराबी के कारण रिहायशी इलाके में क्रैश हो गई। हादसे के वक्त विमान में 284 यात्री और 13 क्रू मेंबर मौजूद थे। ज़मीन पर भी कुछ लोग इसकी चपेट में आए, जिससे कुल मृतकों की संख्या 297 पहुंची।
विमान में तकनीकी गड़बड़ी को लेकर DGCA (डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन) और एयर इंडिया टेक्निकल टीम जांच कर रही हैं। पायलट का ATC को भेजा गया आखिरी संदेश भी सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा था:
"थ्रस्ट नहीं मिल रहा... नहीं बचेंगे..."
निष्कर्ष
वायरल वीडियो का अहमदाबाद विमान हादसे से कोई लेना-देना नहीं है। यह वीडियो अप्रैल 2025 में भरूच की एक केमिकल फैक्ट्री में लगी आग का है। ऐसी संवेदनशील परिस्थितियों में सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाहों से बचना और तथ्य आधारित जानकारी साझा करना हर जिम्मेदार नागरिक का कर्तव्य है।"सच्ची खबर ही सच्चा सम्मान है - फर्जी खबरों से देश को नुकसान होता है।"