गाजा पट्टी में इजराइल को एक बड़ा झटका लगा है, जहां हमास विरोधी मिलिशिया समूह 'पॉपुलर फोर्सेज' के नेता और कमांडर यासिर अबू शबाब की कथित तौर पर हत्या कर दी गई है। अबू शबाब इजरायल के समर्थन से गाजा में हमास के खिलाफ काम कर रहा था, और उसकी मौत को इजराइल की हमास विरोधी रणनीति के लिए एक बड़ा नुकसान माना जा रहा है।
आंतरिक संघर्ष में हुई हत्या
इजराइली मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, अबू शबाब की हत्या दक्षिणी गाजा के रफा शहर के पूर्वी हिस्से में एक आंतरिक झड़प (इंटरनल क्लैश) के दौरान हुई।
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इजराइली सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि अबू शबाब को उसके अपने ही लोगों ने पीट-पीटकर मार डाला।
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झगड़े का कारण यह था कि उसके मिलिशिया के लोगों को उसका इजराइल के साथ गुप्त सहयोग पसंद नहीं था।
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मारपीट इतनी तेज हुई कि वह बुरी तरह घायल हो गया और बाद में उसकी मौत हो गई।
अबू शबाब के डिप्टी रसन अल-धीनी ने फेसबुक पर एक कुरान की आयत लिखकर उसकी मौत की पुष्टि की। अब उम्मीद है कि रसन अल-धीनी ही इस 'पॉपुलर फोर्सेज' मिलिशिया का नया प्रमुख बनेगा।
कौन था यासिर अबू शबाब?
यासिर अबू शबाब दक्षिणी गाजा के रफा इलाके में एक बेदुईन कबीले का मुखिया था। वह हमास के खिलाफ काम करने वाले कई छोटे गुटों में सबसे ताकतवर नेता बनकर उभरा था।
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अपराधिक पृष्ठभूमि: अबू शबाब एक समय अपराध की दुनिया का जाना माना नाम था। हमास ने उसे ड्रग्स तस्करी, चोरी और हत्या के आरोप में जेल में डाला था।
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पॉपुलर फोर्सेज का गठन: इजराइल-हमास युद्ध के दौरान इजराइली हवाई हमलों में जेल से भागने के बाद, उसने 2024-2025 में 'पॉपुलर फोर्सेज' नामक समूह बनाया, जिसमें 100 से 300 लड़ाके शामिल थे।
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गतिविधियाँ: यह समूह हमास-नियंत्रित क्षेत्रों में छापेमारी करता था और इजराइली क्षेत्रों में वापस हट जाता था।
हमास का विरोध और इजराइल का समर्थन
अबू शबाब हमास के खिलाफ सबसे मजबूत आवाज़ था। यही कारण था कि हमास ने उसे 'इजराइली एजेंट' बताया था और अपने लड़ाकों को उसे मारने या जिंदा पकड़ने का आदेश दिया था।
जून 2025 में, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने खुद सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया था कि इजराइल ने गाजा के उन कबीलाई गुटों को हथियार दिए थे जो हमास के खिलाफ थे, हालांकि उन्होंने इस बारे में और विवरण नहीं दिया।
अबू शबाब की मौत से यह पता चलता है कि गाजा में इजराइल समर्थित स्थानीय गुटों के भीतर विभाजन और अस्थिरता है। इजराइली अखबारों ने अबू शबाब की मौत की अलग-अलग रिपोर्ट दी, कुछ ने सोरोका अस्पताल में इलाज के दौरान मौत की बात कही, जिसे अस्पताल ने साफ तौर पर खारिज कर दिया।
अबू शबाब की हत्या, गाजा में हमास के शासन को चुनौती देने और वैकल्पिक प्रशासनिक संरचना बनाने की इजराइली रणनीति के लिए एक बड़ा झटका है।