मुंबई, 16 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। गुजरात की राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की कैबिनेट के सभी 16 मंत्रियों ने गुरुवार को इस्तीफा दे दिया। शुक्रवार को गांधीनगर में सुबह 11.30 बजे नई कैबिनेट के सदस्यों को शपथ दिलाई जाएगी। माना जा रहा है कि यह कदम 2027 में होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारी के तहत उठाया गया है।
सूत्रों के मुताबिक, नई कैबिनेट में कई नए चेहरे शामिल किए जा सकते हैं और इस बार दो डिप्टी सीएम बनाए जाने की भी संभावना है। फिलहाल कैबिनेट में मुख्यमंत्री सहित 17 मंत्री थे, जिनमें आठ कैबिनेट मंत्री और आठ राज्य मंत्री (MoS) शामिल थे। अब यह संख्या बढ़कर 22 से 23 तक पहुंच सकती है। इसके अलावा, कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए कुछ विधायकों को भी मंत्री पद मिल सकता है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि पार्टी आलाकमान मौजूदा मंत्रियों के प्रदर्शन से खुश नहीं है। हाल ही में हुए विसावदर विधानसभा उपचुनाव में मुख्यमंत्री और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के जोरदार कैंपेन के बावजूद भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था। इससे यह संकेत मिला कि जनता में सत्ता विरोधी लहर का असर दिखने लगा है।
गुजरात में नरेंद्र मोदी के मुख्यमंत्री कार्यकाल के बाद से अब तक कई बार सरकारों में बदलाव होते रहे हैं। आनंदीबेन पटेल और विजय रूपाणी के इस्तीफों के बाद अब भूपेंद्र पटेल कैबिनेट में यह तीसरा बड़ा फेरबदल है। माना जा रहा है कि पार्टी इस कदम के जरिए अपने पुराने दिग्गजों को दोबारा जिम्मेदारी देकर संगठन को मजबूत करना चाहती है। भूपेंद्र पटेल को 2022 में दूसरी बार मुख्यमंत्री बनाया गया था। तब से अब तक तीन साल में मंत्रिमंडल में कोई बदलाव नहीं हुआ था। जनवरी में होने वाले नगर पंचायत चुनाव और दो साल बाद होने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए इस फेरबदल को भाजपा की रणनीतिक तैयारी के रूप में देखा जा रहा है।