मुंबई, 11 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने शनिवार को मुख्यमंत्री पद की अटकलों पर विराम लगाते हुए कहा कि कुछ लोग और मीडिया गलतफहमी फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता केवल पार्टी और जनता के लिए काम करना है, न कि किसी पद की दौड़ में शामिल होना। बेंगलुरु के लालबाग में मीडिया से बातचीत के दौरान शिवकुमार ने कहा कि उन्होंने कभी नेतृत्व परिवर्तन को लेकर कोई चर्चा नहीं की। उन्होंने बताया कि कुछ लोगों ने उनसे पूछा था कि क्या अब उनके मुख्यमंत्री बनने का समय करीब है, जिस पर उन्होंने सिर्फ इतना कहा था—“देखिए।” उन्होंने स्पष्ट किया कि इसका यह मतलब नहीं कि वह किसी पद के लिए प्रयासरत हैं।
डीके शिवकुमार ने कहा कि कुछ मीडिया संस्थान जानबूझकर भ्रम पैदा कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “मुझे पता है मेरा समय कब आएगा। मेरा समय तब आएगा जब मैं 2028 में कर्नाटक में फिर से कांग्रेस की सरकार बनाऊंगा। यही मेरा लक्ष्य है।” उन्होंने चेतावनी दी कि अगर कोई चैनल या व्यक्ति झूठी खबरें फैलाता रहा, तो वे उसके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और वे दोनों मिलकर राज्य के विकास के लिए काम कर रहे हैं और कांग्रेस हाईकमान के निर्देशों का पालन कर रहे हैं। डीके शिवकुमार ने कहा कि उन्हें भगवान पर भरोसा है और वे जनता की सेवा के लिए समर्पित हैं। उन्होंने कहा कि वे सुबह से शाम तक बेंगलुरु और राज्य के लोगों को अच्छा प्रशासन देने की कोशिश करते हैं।
डिप्टी सीएम ने कहा कि बीजेपी की बातों पर प्रतिक्रिया देने की कोई जरूरत नहीं है और कांग्रेस के किसी भी नेता को मुख्यमंत्री पद को लेकर बयानबाजी नहीं करनी चाहिए। कुछ दिन पहले उन्होंने पार्टी के नेताओं को चेतावनी दी थी कि मुख्यमंत्री पद में बदलाव या साझा कार्यकाल को लेकर कोई भी सार्वजनिक टिप्पणी न करें। उन्होंने कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस समिति (KPCC) के कार्यकारी अध्यक्ष जीसी चंद्रशेखर को निर्देश दिया था कि जो नेता इस मुद्दे पर बोलें, उन्हें नोटिस भेजा जाए।
इस बीच, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने 13 अक्टूबर को सभी मंत्रियों को डिनर पर आमंत्रित किया है। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि इस डिनर का किसी भी राजनीतिक फेरबदल या बदलाव से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि लंबे समय से मंत्रियों से मुलाकात नहीं हुई थी, इसलिए सिर्फ अनौपचारिक बातचीत के लिए यह आयोजन किया जा रहा है। कुछ समय पहले 21 अगस्त को विधानसभा सत्र के दौरान शिवकुमार तब सुर्खियों में आए थे, जब उन्होंने भाजपा विधायक आर. अशोक के साथ बहस के दौरान अचानक संघ की प्रार्थना ‘नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमे’ की दो पंक्तियां गा दी थीं। उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था और इस पर काफी चर्चा हुई थी।