मुंबई, 08 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को मदुरै में भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए तमिलनाडु की सत्तारूढ़ डीएमके सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि स्टालिन सरकार ने 4600 करोड़ रुपए का अवैध रेत खनन घोटाला किया है, जिसका सीधा असर राज्य के गरीब लोगों पर पड़ा क्योंकि उन्हें महंगी दरों पर रेत खरीदनी पड़ी। शाह ने कहा कि उनके पास स्टालिन सरकार के भ्रष्टाचार की लंबी फेहरिस्त है, लेकिन वे उन पर बात करके समय बर्बाद नहीं करना चाहते।
शाह ने दावा किया कि 2026 में तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल दोनों राज्यों में एनडीए की सरकार बनेगी। उन्होंने डीएमके सरकार को भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा बताते हुए कहा कि केंद्र द्वारा भेजी गई 450 करोड़ की पोषण किटों को निजी कंपनियों को दे दिया गया, जिससे गरीबों को पोषण से वंचित कर दिया गया। अपने संबोधन में शाह ने राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे को भी उठाया और कहा कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय सेना ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों का सफाया किया। उन्होंने कहा कि मोदी से पहले भारत पर हमले होते रहे, लेकिन जवाब नहीं दिया जाता था, जबकि अब हमारी सेना पाकिस्तान के भीतर 100 किलोमीटर तक जाकर आतंकियों के ठिकानों को तबाह कर रही है। राजनीतिक रणनीति की बात करते हुए शाह ने यह भी बताया कि भाजपा और AIADMK के बीच फिर से गठबंधन हो गया है और 2026 का विधानसभा चुनाव AIADMK प्रमुख ई पलानीस्वामी के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि सीटों का बंटवारा बाद में तय किया जाएगा और भाजपा AIADMK के अंदरूनी मामलों में दखल नहीं देगी। यह गठबंधन दोनों दलों के लिए फायदेमंद सिद्ध होगा।
शाह ने कहा कि आगामी चुनाव डीएमके सरकार के भ्रष्टाचार, दलितों और महिलाओं पर अत्याचार जैसे मुद्दों को आधार बनाकर लड़ा जाएगा और जनता इन सवालों पर जवाब मांगेगी। उन्होंने मदुरै को परिवर्तन की भूमि बताया और कहा कि यह सम्मेलन डीएमके को सत्ता से हटाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इस बीच भाजपा के तमिलनाडु प्रदेश अध्यक्ष को लेकर भी हलचल तेज है। शुक्रवार को संकेत मिले कि तिरुनेलवेली से भाजपा विधायक और पूर्व AIADMK नेता नयनार नागेंद्रन पार्टी के नए प्रदेश अध्यक्ष बन सकते हैं। अमित शाह के एक सोशल मीडिया पोस्ट से पता चला कि मौजूदा प्रदेशाध्यक्ष अन्नामलाई ने खुद नयनार के नाम का प्रस्ताव रखा है, हालांकि अभी इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।