पश्चिम बंगाल में मार्च-अप्रैल 2026 में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। राज्य में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चुनौती देने के लिए बीजेपी ने एक आक्रामक रणनीति तैयार की है, जिसमें पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को मैदान में उतारने की योजना शामिल है। यह चुनाव 294 सीटों वाली विधानसभा के लिए होगा, जिसका वर्तमान कार्यकाल 7 मई 2026 को समाप्त हो रहा है।
पीएम मोदी का बंगाल दौरा और परिवर्तन यात्राएं
बीजेपी की चुनावी तैयारियों को गति देने के लिए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 20 दिसंबर को पश्चिम बंगाल का दौरा करेंगे। अपने इस महत्वपूर्ण दौरे के दौरान, प्रधानमंत्री नदिया जिले में एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे और एक बड़ी रैली में हिस्सा लेंगे।
सूत्रों के अनुसार, पीएम मोदी अपने दौरे के दौरान बंगाल बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं के साथ भी मुलाकात करेंगे। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य आने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारियों पर विस्तृत चर्चा करना और संगठन की रणनीति को अंतिम रूप देना होगा।
इस चुनावी अभियान के हिस्से के रूप में, बीजेपी पश्चिम बंगाल में 4 से 6 परिवर्तन यात्राएं निकालने की तैयारी कर रही है। ये यात्राएं राज्य के विभिन्न हिस्सों को कवर करेंगी। पार्टी को उम्मीद है कि इन परिवर्तन यात्राओं से जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ेगा और जनता के बीच पार्टी की पहुँच मजबूत होगी। संभावना है कि इनमें से कम से कम एक यात्रा को स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संबोधित करेंगे, जिससे अभियान को और अधिक गति मिलेगी।
अमित शाह और केंद्रीय मंत्रियों का डेरा
सिर्फ प्रधानमंत्री ही नहीं, बीजेपी ने ममता बनर्जी को घेरने के लिए पार्टी के बड़े मंत्रियों और नेताओं की फौज उतारने की तैयारी की है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जनवरी से पश्चिम बंगाल में डेरा डालेंगे।
गृहमंत्री शाह का फोकस जमीनी स्तर पर संगठन की मजबूती पर होगा। वे बूथ से लेकर प्रदेश स्तर तक संगठन की तैयारियों की गहन समीक्षा करेंगे, पार्टी की नीतियों को प्रभावी ढंग से लागू करने के तरीकों पर विचार करेंगे और आगामी विधानसभा चुनावों के लिए समग्र रणनीति को अंतिम रूप देंगे। प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के लगातार दौरे से यह स्पष्ट है कि बीजेपी ने पश्चिम बंगाल में अपनी पूरी ताकत झोंकने का फैसला किया है।
बीजेपी के प्रमुख चुनावी मुद्दे
बीजेपी इन चुनावों में जिन प्रमुख मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएगी, उनमें कई संवेदनशील और क्षेत्रीय विषय शामिल हैं। इन प्रमुख मुद्दों में निम्नलिखित शामिल हैं:
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कानून-व्यवस्था: राज्य की कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाना।
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भ्रष्टाचार: विभिन्न स्तरों पर कथित भ्रष्टाचार के मामलों को उजागर करना।
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महिला सुरक्षा: राज्य में महिलाओं की सुरक्षा की स्थिति पर ध्यान केंद्रित करना।
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सीमा पार घुसपैठ: राष्ट्रीय सुरक्षा और अवैध घुसपैठ के मुद्दे को उठाना।
इन राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय मुद्दों के अलावा, पार्टी कई अन्य क्षेत्रीय और स्थानीय मुद्दों पर भी विशेष रूप से ध्यान केंद्रित कर रही है, जो विभिन्न जिलों और क्षेत्रों की जनता के लिए महत्वपूर्ण हैं।
टीएमसी के आरोप और चुनावी माहौल
जहाँ बीजेपी आक्रामक तैयारी कर रही है, वहीं राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और अन्य विपक्षी नेताओं ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। हाल ही में कराए जा रहे एसआईआर (SIR) के जरिए ममता बनर्जी ने बीजेपी पर धांधली करने का आरोप लगाया है। इसके अलावा, उन्होंने चुनाव आयोग पर भी बीजेपी से मिले होने का गंभीर आरोप लगाया है, जिससे चुनाव से पहले ही राज्य का राजनीतिक माहौल बेहद गर्म हो गया है।